कोरोना की सावधानी ने दिलाई डेंगू से मुक्ति

 

लोगों ने साफ-सफाई का रखा ध्यान, नहीं पनप सका डेंगू का मच्छर
पिछले साल के मुकाबले इस साल जिले में डेंगू के मामले ना के बराबर

बांका, 14 दिसंबर

कोरोना को लेकर इस बार लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस वजह से कुछ राहत भी मिली. पहले हर साल अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक डेंगू को लेकर लोग परेशान रहते थे. काफी सतर्कता बरती जाती थी, लेकिन कोरोना की वजह से इस बार लोग पहले से ही सतर्क थे. साफ सफाई पर ध्यान दे रहे थे. इसका परिणाम यह रहा कि इस सीजन में डेंगू के एक-दो मामले ही सामने आए.
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल पदाधिकारी डॉ वीके यादव कहते हैं कि बांका में वैसे भी डेंगू के कम मामले आते थे, लेकिन इस बार ना के बराबर मामले सामने आए. अभी तक गिनती के एक-दो मामले ही सामने आए हैं. दरअसल, कोरोना काल शुरू होने के बाद लोगों ने साफ-सफाई का ध्यान रखा. इस कारण डेंगू का मच्छर पनप नहीं सका और लोगों को राहत मिली. पहले के सीजन में स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर काफी सतर्क रहता था. इस बार भी सतर्क था, लेकिन डेंगू के मामले सामने नहीं आने से बड़ी राहत मिली है.

लोगों की जीवनशैली में आया सकारात्मक बदलाव: डॉक्टर यादव कहते हैं कि कोरोना से बचने के लिए अब लोग दो-दो घंटे पर हाथ धोते रहते हैं. पानी को जमने नहीं देते हैं. घर और आसपास गंदगी नहीं रहती है. दरअसल, कोरोना से बचने के लिए लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आया है. इसी का परिणाम है कि इस बार लोग डेंगू से पूरी तरह से बचे रहे. अगर लोग इसी तरह सावधान रहें तो कोरोना और डेंगू ही नहीं, बल्कि बहुत सारी बीमारियों से बचे रहेंगे.

सदर अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए है छह बेड का वार्ड: सदर अस्पताल के मैनेजर अमरेश कुमार ने कहा कि इस सीजन में हमलोगों ने डेंगू से निपटने के लिए तैयारी कर रखी थी. सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए छह बेड का वार्ड अलग से तैयार है. हालांकि इस बार मामले काम आए जो कि बहुत ही राहत की बात है. अगर किसी को डेंगू की शिकायत आती है तो वह सदर अस्पताल में आकर अपना इलाज करवा सकते हैं. यहां पर उन्हें डेंगू से बचाव को लेकर हर तरह की सुविधा मिलेगी.

मच्छरदानी का करें इस्तेमाल: डॉ. यादव कहते हैं घरेलू स्तर पर सावधानी बरतने से डेंगू से बचाव होता है. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि घर के आसपास पानी को जमने नहीं दें. रात में सोते समय मच्छदानी का प्रयोग करें. डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए दिन में विशेष तौर पर सतर्क रहें. साथ ही घर के आसपास कोई ऐसा सामान हो, जिसमें पानी जमा हो जाता है तो उसे तत्काल हटा दें.

कैसे और कब होता है डेंगू: डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं. ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं. एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाते हैं. इसलिए डेंगू से बचने के लिए अभी भी सावधानी बरतें. यह बात सही है कि ठंड का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन डेंगू का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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