बांका सदर अस्पताल की नर्स वंदना को मिलेगा नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल अवार्ड- 2020



-जिलाधिकारी सुहर्ष भगत और सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार महतो ने वंदना के काम को सराहा

-स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी दी है शुभकामनाएं



बांका-



सदर अस्पताल में तैनात नर्स वंदना कुमारी को नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल अवार्ड-2020 मिलेगा. राज्य स्वास्थ्य समिति ने वंदना के नाम का चयन किया है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने जिला स्वास्थ्य प्रबंधन को यह जानकारी देते हुए शुभकामनाएं दी है.

वंदना कुमारी ने अपनी पहचान कार्यकुशलता से बनाई है-

अस्पताल प्रबंधन इस खबर से काफी खुश है. जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने चयनित नर्स को बधाई दी है. साथ ही कहा कि किसी भी व्यक्ति की पहचान उनके कर्मों से होती है तो बहुत खुशी मिलती है. वंदना कुमारी ने अपनी पहचान कार्यकुशलता से बनाई है जो अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ जिलेवासियों के लिए गौरव की बात है. सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार महतो ने वंदना के चयन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि वह दूसरी नर्सों के लिए रोल मॉडल की तरह हैं. उनसे हर किसी को सीख लेनी चाहिए.


रोगियों की सेवा पहला धर्म: 

वहीं नर्स वंदना कुमारी ने बताया कि रोगियों की सेवा हमारा पहला धर्म है. नर्सिंग सेवा में रोगियों के साथ संबंध बहुत मायने रखता है. अगर आप रोगियों के साथ अपनेपन जैसा व्यवहार करेंगे तो वह भी आप पर भरोसा करता है. इससे वह जल्दी स्वस्थ हो जाता है. मैं इसी बात पर फोकस करती हूं. मुझे खुशी है कि मेरे काम की पहचान ऊपर तक मिली.


सदर अस्पताल में ग्रेड ए नर्स के तौर पर काम कर रही हैं:

 5 मई 1980 को पैदा हुई वंदना कुमारी सदर अस्पताल में ग्रेड ए नर्स हैं. 2004 में भागलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज स्थित नर्सिंग कॉलेज से ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने किशनगंज मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवा दी. 2008 में इनकी तैनाती बांका जिले के धोरैया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई.| वहां इनके बेहतर कार्य को देखते हुए 2015 में बांका सदर अस्पताल में उनको बुला लिया गया. एक नर्स के नाते रोगियों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही विनम्र रहता है. यही कारण है कि अस्पताल के महत्वपूर्ण विभागों में इनकी तैनाती की जाती है. इमरजेंसी, ऑपरेशन थिएटर, मेटरनिटी विंग और शिशु (चाइल्ड) विंग में वह अपनी सेवा दे चुकी हैं.


3 महीने में ही बना दी गईं लेबर रूम का इंचार्ज: 

2015 में सदर अस्पताल आने के बाद इनकी व्यवहार कुशलता  को देख अस्पताल प्रबंधन ने  3 महीने में ही लेबर रूम का इंचार्ज बना दिया. वंदना कुमारी की पहचान ऐसी नर्स के रूप में बन गई है जो विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर सेवा प्रदान करती हैं. इन्होंने अस्पताल के कई ट्रेनिंग प्रोग्राम में भी हिस्सा लिया है.

 कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल: 

व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.

बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.

साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.

छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें.

उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.

घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.

बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की  दूरी बनाए रखें.

आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.

मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें 

किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों

कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें 

बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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