जन-जन के सहयोग से सफल होगा एमडीए अभियान, बचाव के लिए दवाई का सेवन जरूरी : सीएस

 


- एसीएमओ कार्यालय के सभा कक्ष में मीडिया कार्यशाला का हुआ आयोजन

- अभियान की सफलता को मीडिया कर्मियों का सहयोग भी बेहद जरूरी 


खगड़िया, 18 सितम्बर, 2021 

जिले में आगामी 20 सितम्बर से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान को शनिवार को एसीएमओ कार्यालय के सभा कक्ष में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता  सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिंह एवं संचालन जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने की। कार्यशाला में जिले के तमाम मीडिया कर्मी शामिल हुए। कार्यशाला के दौरान डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने मौजूद तमाम मीडिया कर्मियों एवं अन्य पदाधिकारियों को फाइलेरिया के कारण, लक्षण एवं बचाव के उपाय की विस्तृत जानकारी दी। वहीं, सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा, इस अभियान के उद्देश्य और महत्व को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के मीडिया कर्मियों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसलिए, मैं तमाम मीडिया कर्मियों से साकारात्मक सहयोग की अपेक्षा से अपील करते हुए आपलोगों से सहयोग करने की अपील करता हूँ। इस मौके पर डीआईओ डाॅ देवनंदन पासवान, डीपीएम (हेल्थ) पवन कुमार, एसीएमओ डॉ रवींद्र नारायण, सीडीओ डाॅ आर एन चौधरी, भीडीसीओ मो0 शहनवाज आलम, पीसीआई के जिला समन्वयक ऋतु गौतम आदि मौजूद थे। 


- गृह भेंट के तहत घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने दवा खिलाएंगी आशा कार्यकर्ता : 

जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया, 20 सितंबर से जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए अभियान का शुभारंभ होना सुनिश्चित हुआ है। अभियान की सफलता को लेकर गृह भेंट की तर्ज पर आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने एलबेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं खिलाएंगी। ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहे और अभियान सफल हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, उक्त दवा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा दो वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को छोड़कर शेष सभी लोगों को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा खिलाई जाएगी। साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए जागरूक किया जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम की अलबेंडाजोल की एक-एक गोली, 6 से 14 साल तक के किशोरों को डीईसी की दो एवं अलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अलबेंडाजोल की एक गोली खिलायी जानी है। इस दौरान इस बात का ख्याल रखना है कि किसी व्यक्ति को खाली पेट दवाई नहीं खिलानी है। 


- कोविड प्रोटोकॉल का पालन के साथ खिलाई जाएगी दवा :

एसीएमओ डॉ रवींद्र नारायण ने बताया, कोविड प्रोटोकॉल का ख्याल रखते दवा खिलाई जानी है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना है कि एक भी व्यक्ति दवा खाने से छूटे नहीं है। इसके लिए लगातार घर-घर जाकर एक-एक व्यक्ति का फोलोअप करना है। इस दौरान कोविड से बचाव एवं वैक्सीनेशन के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। 


- बचाव के लिए दवाई का सेवन जरूरी : 

सीडीओ डाॅ आर एन चौधरी ने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए दवाई के साथ-साथ एहतियात भी जरूरी है। इसलिए, अभियान के दौरान योग्य व्यक्तियों को दवाई तो खिलाई ही जाएगी। इसके अलावा इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी। जैसे कि, घर के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें एवं घरों में सोने से पहले मच्छरदानी का उपयोग करें। साथ ही अन्य लोगों को दवा सेवन के प्रति जागरूक भी करें, ताकि फाइलेरिया जैसी बीमारी जड़ से समाप्त हो सके। इस बीमारी को पूरी तरह से मिटाने के लिए जागरूकता भी बेहद जरूरी है।


- दवा सेवन के बाद किसी तरह के सामान्य साइड इफ़ेक्ट से घबराने की जरूरत नहीं है। अमूमन जिनके अंदर फाइलेरिया के परजीवी होते हैं, उनमें ही साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं। साइड इफेक्ट सामान्य होते हैं, जो प्राथमिक उपचार से ठीक भी हो जाते हैं।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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