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नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम: संबंधित विभाग के साथ समन्वय बनाघ मासिक कार्य योजना के अनुसार करें कार्य : जिलाधिकारी
;हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर स्पुटम की जांच कराएं सुनिश्चित
: पिछले एक वर्ष में टीबी से हुई मौतों का डिटेल डेटा भी रखें तैयार
मुंगेर, 15 मार्च -
नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम (एनटीईपी) 2025 को सफल बनाने के लिए संबंधित विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर मासिक कार्य योजना के अनुसार कार्य करें। उक्त बातें मंगलवार को मुंगेर समाहणालय सभागार में आयोजित डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम और डिस्ट्रिक्ट टीबी कोमोरबिलिटी कोऑर्डिनेशन मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नवीन कुमार ने कही। इस अवसर पर टीबी से जुड़े सभी से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर स्पुटम की जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में टीबी की वजह से कितने लोगों मौतें हुई ,इसका भी डिटेल डेटा तैयार करें। इसके साथ ही शिक्षा विभाग, आईसीडीएस सहित अन्य विभाग जिसके साथ मिलकर टीबी पर काम करना है उनके साथ समन्वय स्थापित कर विस्तृत मासिक कार्य योजना बनाएं और उसके अनुसार काम करें। इस अवसर पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आनन्द शंकर शरण सिंह, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. के.रंजन, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. ध्रुव कुमार शाह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार रौशन, डीपीएम नसीम रजि सहित जिला और प्रखण्ड स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डेवलपमेन्ट पार्टनर डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इससे पहले जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. ध्रुव कुमार साह ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम 2025 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1962 में नेशनल ट्यूबरक्लोसिस कंट्रोल प्रोग्राम ( एनटीसीपी) और 1993 में रिवाइज्ड नेशनल ट्यूबरक्लोसिस कंट्रोल प्रोग्राम (आरएनटीसीपी) पायलट प्रोजेक्ट और 1997 में डॉट्स स्ट्रेटजी के तहत शुरू हुआ। इसके बाद 2014 में टीबी फ्री इंडिया कैम्पेन के तहत नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम 2025 शुरू किया गया। इसको सफल बनाने के लिए देश भर में "टीबी हारेगा, देश जीतेगा" कार्यक्रम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों के पोषण के लिए भारत सरकार के द्वारा निक्षय पोषण योजना के तहत जब तक टीबी मरीज का इलाज चलता है तब तक 500 रुपये प्रति महीने के अनुसार राशि दी जाती है। उन्होंने बताया कि जिला भर में सन 2021 में टीबी नोटिफाइड मरीजों की कुल संख्या 2977 है।
उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों की सहायता के लिए 1800-11-6666 एक टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। जो सुबह 7 बजे से रात के 11 बजे तक काम करता है।
उन्होंने बताया कि नेशनल प्रोग्राम फ़ॉर कैंसर, डायबिटीज, कार्डियो वैस्कुलर डिजीज, और स्ट्रोक्स जिसका स्लोगन है हेल्थ इन योर हैंड्स, के साथ नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम, जिसका स्लोगन है टीबी हारेगा और देश जीतेगा और नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (नाको ) को मिलाकर डिस्ट्रिक्ट टीबी कोमोरबिलिटी कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई गई है। इस कमेटी के चेयरपर्सन मुंगेर के जिलाधिकारी हैं।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar