जिले में तमाम चुनौतियों के बावजूद बेहतर तरीके से लाभार्थी को मिल रहा है पोषाहार व टीएचआर



- आईसीडीएस के डीपीओ के नेतृत्व में सीडीपीओ, एल एस समेत अन्य कर्मी के बेहतर पहल से मिल रहा है लाभ 

- तकनीक व्यवस्था की लोगों को दी जा रही है जानकारी, किया जा रहा है जागरूक


लखीसराय, 14 दिसंबर।

जिले में अब ऑगनबाड़ी केंद्रों पर मिलने वाले पोषाहार व टीएचआर का लाभार्थियों को नई तकनीक के साथ लाभ दिया जा रहा है। ताकि लाभुकों को उक्त योजना का लाभ लेने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, बल्कि सरकार योजना का शत-प्रतिशत लाभ सीधा लाभुकों तक पहुँच सके। इसको लेकर आईसीडीएस द्वारा ऑंगन एप की सुविधा लागू की गयी है। इसके  सफल संचालन के लिए आईसीडीएस के तमाम पदाधिकारी एवं कर्मी पूरी तरह प्रयासरत हैं। ताकि तकनीक से संबंधित किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। वहीं, जिले में तमाम चुनौतियों के बावजूद आईसीडीएस के पदाधिकारियों एवं कर्मियों की सकारात्मक पहल से बेहतर तरीके से लाभुकों तक उक्त योजना का लाभ पहुँचाया जा रहा है। 


- 65 प्रतिशत लाभुकों को दिया जा चुका है लाभ, शेष के लिए प्रयास जारी :- 

आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा ने बताया कि नई तकनीक लागू होने के बाद कुछ परेशानियाँ जरूर हुईं किन्तु, सकारात्मक प्रयास से जिले के सभी प्रखंडों में बेहतर तरीके से लाभुकों तक टीएचआर एवं पोषाहार का लाभ पहुँचाया जा रहा है। अबतक 65 प्रतिशत लाभुकों को लाभ दिया जा चुका है। शेष बचे लोगों को भी जल्द से जल्द लाभ मिले इसको लेकर जिले के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी पूरी तरह प्रयासरत हैं। 


- नई तकनीक को लेकर किया जा रहा है जागरूक :- 

वहीं, आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा के नेतृत्व में जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजना कार्यालय में तैनात सीडीपीओ, एल एस, जिला समन्वयक, प्रखंड समन्वयक समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी लोगों को नई तकनीक की विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। साथ हीं लाभ लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है। ताकि लाभुकों को नई तकनीक लागू होने के बाद किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। 


- क्या है नई तकनीक :- 

पोषाहार एवं टीएचआर का लाभ पूर्व में लाभार्थियों को ऑगनबाड़ी केंद्रों पर सरकारी पंजी में हस्ताक्षर करने के बाद मिलता था। किन्तु, अब उक्त लाभ लेने के लिए लाभार्थियों को मोबाइल लेकर अपने नजदीकी ऑगनबाड़ी केंद्र जाना होगा। जहाँ केंद्र की सेविका द्वारा अपने सरकारी मोबाइल में ऑंगन एप पर लाभुक का आधार कार्ड नंबर एवं पासवर्ड डालकर लॉग-इन करेंगे। इसके बाद लाभार्थी के मोबाइल पर ओटीपी जाएगी। ओटीपी नंबर को पुनः ऑंगन एप में डालकर अपलोड किया जाएगा। जिसके बाद लाभार्थी के राशन दिया जाएगा।


- सत्यापित लाभार्थियों को ही मिलेगा लाभ :- 

उक्त योजना का लाभ उन लाभार्थियों को ही मिलेगा जिसका पूर्व में संबंधित एलएस एवं सेविका द्वारा भौतिक सत्यापन कर ऑंगन एप पर डिटेल्स अपलोड किया जा चुका है। इसके अलावा लाभुकों का खाता चालू होना जरूरी है। मोबाइल होना भी जरूरी है। 


- इन मानकों का रखें ख्याल, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- 

- मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।

- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।

- साबुन या अन्य अल्कोहलयुक्त पदार्थों से बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।

- सैनिटाइजर का उपयोग करने की आदत डालें।

- बाहर में लोगों से बातचीत के दौरान आवश्यक दो गज की दूरी का ख्याल रखें।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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