पोषण पर ध्यान देकर गर्भवती महिलाएं खुद के साथ बच्चे को भी रखें सुरक्षित



-प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर शरीर को बीमारी से लड़ने के लिए करें तैयार

-खुद और शिशु की बेहतर सेहत के लिए रहन-सहन पर ध्यान देना है जरूरी


बांका, 17 फरवरी


गर्भावस्था में महिलाओं को काफी संभल कर रहना पड़ता है. खासकर भोजन को लेकर. दरअसल, इससे न सिर्फ महिलाओं के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि गर्भस्थ बच्चों पर भी इसका असर पड़ता है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषण पर खास ध्यान देने की जरूरत है. इस दौरान खुद और बच्चे के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पोषण को सबसे ऊपर रखने की जरूरत है. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि गर्भावस्था में शरीर की बीमारी से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है. इसलिये अपनी और शिशु की सेहत को पक्का करने लिये जरूरी है कि रहन-सहन और पोषण का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाए. गर्भावस्था में बीमार होने से अच्छा है प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर शरीर में बीमारी से लड़ने की ताकत को बढ़ाया जाए. इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.


पौष्टिक आहार तथा मौसमी फल का करें सेवन

डॉ. चौधरी कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान तेल और मसालेयुक्त भोजन से परहेज करना चाहिए. इस दौरान महिलाओं में खाने का लालच बढ़ जाता है. हमेशा स्वादिष्ट भोजन करने का मन करता है. इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है. इस दौरान आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा का होना जरूरी है. इसलिए खाने में हरी साग-सब्जी, दाले, दूध, मौसमी फल का सेवन बहुत ही फायदेमंद है. इसके साथ ही बादाम, किशमिश, खजूर या फिर अखरोट का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है. बादाम और अखरोट में तो विटामिन और मिनरल की खान होते हैं.



व्यायाम और योग करें: डॉ. चौधरी कहते हैं कि गर्भावस्था के समय खुद को चुस्त-दुरुस्त रखना पड़ता है. इसमें व्यायाम करना बहुत ही फायदेमंद रहता है. प्रसव होने से पहले का योग न केवल गर्भवती महिलाओं को तंदरुस्त रखता है, बल्कि तनाव भी कम करता है. इसके साथ ही गर्भावस्था के समय काम करते रहना भी बहुत फायदेमंद है. इस अवस्था में वजन भी नहीं बढ़ने देना चाहिए. इससे शुगर और ब्लडप्रेशर जैसी बीमारियों से बचाव होता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है.


डॉक्टर की सलाह को मानें: जब चौधरी कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर  विटामिन, फोलिक एसिड, कैल्सियम और शरीर की अन्य जरूरतों को पूरा करने वाले सप्लीमेंट की सलाह देते हैं. इसे लेना न भूलें. डॉ. चौधरी कहते हैं दरअसल, इस अवस्था में महिलाएं ज्यादातर समय घर के अन्दर ही बिताती हैं. इससे शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती है, इसलिये इसे लेना जरूरी है. हां, डॉक्टर की सलाह के बगैर न लें.

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

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