सुरक्षित संस्थागत प्रसव के मामले में एनएफएचएस 5 के आंकड़ों में मुंगेर राज्य में टॉप पर

 


- जिले में सुरक्षित संस्थागत प्रसव के प्रति लोगों का बढ़ रहा रुझान, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में काफी संख्या में आ रही हैं महिलाएं 


मुंगेर-


 जिले में सुरक्षित संस्थागत प्रसव के प्रति लोगों का विश्वास काफी बढ़ा है। इसी का परिणाम है कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराने के लिए भारी संख्या में महिलाएं आ रही हैं। इसका खुलासा राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 5 2019 - 20 के द्वारा जारी आंकड़ों से हुआ है। आंकड़ों के अनुसार 93.2 प्रतिशत आंकड़ों के साथ मुंगेर जिला पूरे बिहार में पहले स्थान पर है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 4 2015 - 16 द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मुंगेर जिले में 83.5 प्रतिशत लोगों का रुझान सुरक्षित संस्थागत प्रसव के प्रति था। इतने प्रतिशत लोग ही प्रसव के लिए अस्पतालों में आते थे। जो अब बढ़कर 93. 2 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। जो यह दर्शाने के लिए पर्याप्त है कि निश्चित तौर पर  जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जारी सेवाओं में गुणवत्तापूर्ण तरीके से सुधार हुआ है। 

सुरक्षित संस्थागत प्रसव के मामले में मुंगेर जिला पूरे राज्य में पहले स्थान पर

सदर अस्पताल मुंगेर के अस्पताल प्रबंधक तौसीफ हसनैन ने बताया कि यह काफी सुखद है कि एनएफएचएस 5 के आंकड़ों के अनुसार सुरक्षित संस्थागत प्रसव के मामले में मुंगेर जिला पूरे राज्य में पहले स्थान पर आया है। उन्होंने  बताया कि सदर अस्पताल  मुंगेर सहित जिले के सभी स्वास्थ्य  संस्थानों पर सुरक्षित संस्थागत सेवाओं की  गुणवत्ता सुधार के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसके तहत सदर अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत त जीएनएम और एएनएम नर्स की  तकनीकी और क्लीनिकली गुणवत्ता क्षमतावर्धन के लिए अमानत ज्योति सहित अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि संस्थागत प्रसव के दौरान मातृ और शिशु मृत्यु दर को समाप्त किया जा सके। बताया कि इसके साथ ही सदर अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य  संस्थानों में  प्रसव कक्ष और शल्य कक्ष को अत्याधुनिक मशीन और तकनीक से लैस किया जा रहा है ताकि प्रसव के दौरान उत्पन्न होने वाली तमाम विषम परिस्थिति (क्रिटिकल कंडीशन) को समय रहते आसानी से सुलझा (हैंडल) लिया जा सके। उन्होंने बताया कि  सुरक्षित संस्थागत प्रसव का एक मात्र उद्देश्य प्रसव के दौरान होने वाली शिशु- मातृ मृत्यु दर को समाप्त करना है। सुरक्षित संस्थागत प्रसव के मामले में मुंगेर जिला का पूरे बिहार में पहले स्थान पर आना यह साबित करता है कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में व्याप्त चिकित्सकीय व्यवस्था और वहां दी जा रही सेवाओं के प्रति लोगों का रुझान काफी तेजी से बढ़ रहा है और लोग सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में भारी संख्या में आ रहे हैं।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Dr. Rajesh Kumar

संबंधित पोस्ट