राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) कार्यक्रम के तहत एक्टिव केस फाइंडिंग और डायरेक्ट बेनिफिसरी ट्रांसफर सुनिश्चित कराने को ले सितंबर से 09 नवम्बर तक भर में चलेगा अभियान

 


- मुंगेर में वार्षिक लक्ष्य 2250 के विरुद्ध अगस्त के महीने तक 1860 टीबी रोगियों का किया जा चुका है नोटिफिकेशन, शेष 390 टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन के लिए चल रहा है अभियान 


- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने जिला के जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला संचारी रोग पदाधिकारी एवम डीपीएम को जारी की चिट्ठी  


मुंगेर , 16 सितंबर 2021 :राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) कार्यक्रम के तहत जिला भर में एक्टिव केस फाइंडिंग और प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना अंतर्गत टीबी रोगियों के बीच डायरेक्ट बेनिफिसरी ट्रांसफर सुनिश्चित कराने को ले सितंबर से 09 नवम्बर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। मालूम हो कि राज्य के सभी जिलों में जनवरी के महीने में एक्टिव केस फाइंडिंग  के द्वारा टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन एवम उपचार शुरू हुआ था लेकिन फिर वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से कार्यक्रम कि उपलब्धियों पर प्रतिकूल असर पड़ा। कोरोना महामारी के नियंत्रण कार्य में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत काम करने वाले अधिकांश कर्मी, पर्यवेक्षकों के संलग्न होने के कारण जिला में लक्ष्य के अनुसार टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन और टीबी रोगियों के खाते में निक्षय पोषण राशि का ससमय भुगतान नहीं हो पाया। 

अब जिलावार टीबी नोटिफिकेशन एवं निक्षय पोषण राशि का भुगतान कि अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रखंडवार उपलब्धियों की समीक्षा कर दो माह सितंबर से 9 नवम्बर तक एक्टिव केस फाइंडिंग एवं निक्षय पोषण राशि का भुगतान सभी योग्य टीबी रोगियों के बीच एसटीएस, एसटीएलएस और एलटी के माध्यम से किया जाएगा। इसकी मॉनेटरिंग प्रखण्ड के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी की होगी। 


जिला के टीबी/ एचआईवी समन्वयक शैलेन्दु कुमार ने बताया 2 से 15 सितंबर के दौरान सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित सीएचओ के साथ समन्वय स्थापित कर प्रखण्ड स्तर पर एएनएम व आशा का टीबी के प्रमुख लक्षणों, सीबीएसी फॉर्म में स्क्रीनिंग कर सूचना को भरना सहित अन्य आवश्यक कार्यों के लिए प्रशिक्षण किया गया। इसके साथ ही 16 से 22 सितंबर तक सभी एसटीएस, एसटीएलएस और टीबीएचवी के कार्ययोजना के अनुसार जिला, अनुमंडल स्तर के कारागार, सुधार गृह, बाल संरक्षण गृह, पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कैदी एवं बच्चों में टीबी की स्क्रीनिंग तथा एक्सरे/सम्पुटम जांच किया जाएगा। 

शैलेंदु ने बताया 23 सितंबर से 6 अक्टूबर तक सभी एसटीएस, एसटीएलएस और टीबीएचवी के कार्ययोजना के अनुसार शहरी मलिन बस्तियों, महादलित टोला, नवनिर्मित कार्य स्थल पर काम करने वाले श्रमिकों में टीबी की स्क्रीनिंग एवम जांच सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा 21  अक्टूबर से 9 नवम्बर तक सभी एसटीएस, एसटीएलएस और टीबीएचवी के कार्ययोजना के अनुसार प्रखण्ड के दूरस्थ एवं चिन्हित कठिन क्षेत्रों में आशा एवं अन्य सामुदायिक उत्प्रेरक की दो सदस्यीय टीम का गठन कर प्रतिदिन कम से कम 50 घर का भ्रमण कर संभावित टीबी रोगियों की पहचान करने के साथ स्थानीय निकटतम बलगम जांच केंद्र अथवा ट्रू नेट लैब में सैम्पल की जांच कराया जाएगा। 


मुंगेर में वार्षिक लक्ष्य 2250 के विरुद्ध अगस्त के महीने तक 1860 टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन किया जा चुका है , शेष 390 टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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