- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice
सदर अस्पताल मुंगेर सहित जिला के सभी चिकित्सा संस्थानों में मंगलवार को मनाया गया परिवार नियोजन दिवस
- सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में सिविल सर्जन, डीपीएम, केयर इंडिया कि डीटीओएफ सहित कई स्वास्थ्य कर्मी थे उपस्थित
- सदर अस्पताल के अलावा अनुमंडल अस्पताल तारापुर, सभी सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी और एपीएचसी में आयोजित किया गया परिवार नियोजन दिवस
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन प्रत्येक महीने के 9 तारीख को होगा परिवार नियोजन संबंधी परामर्श व पंजीकरण का इंतजाम
मुंगेर, 21 सितंबर : सदर अस्पताल मुंगेर, अनुमंडल अस्पताल तारापुर सहित जिला के सभी सामुदायिक,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया गया। सदर अस्पताल मुंगेर में आयोजित कार्यक्रम में मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक, डीपीएम नसीम रजि, हॉस्पिटल मैनेजर तौसिफ हसनैन, केयर इंडिया की डीटीओएफ डॉ. नीलू, केयर इंडिया कि फैमिली प्लानिंग कोऑर्डिनेटर तस्नीम रजि और सदर अस्पताल मुंगेर में कार्यरत परिवार नियोजन के परामर्श दाता योगेश कुमार मौजूद थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के इस दौर में प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका विपरित प्रभाव पड़ा है। इसकी वजह से मातृ-शिशु मृत्यु दर के प्रभावित होने की चुनौतियों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति आम जनों को बेहतर मातृत्व-शिशु स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है। इसके लिए परिवार नियोजन की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए नियोजन संबंधी विभिन्न उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने व योग्य दंपतियों को तत्काल परिवार नियोजन की सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला के सभी चिकित्सा संस्थानों में प्रत्येक महीने की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस के मनाया जाना है। इसके साथ ही प्रत्येक महीने के 09 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन एएनसी जांच के लिये आने वाली महिलाओं को प्रसव के बाद अगले बच्चे के जन्म में कम से तीन साल का अंतराल व अनचाहे गर्भ से बचने के लिये गर्भनिरोध से जुड़े विभिन्न संसाधनों के बारे में जरूरी परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रत्येक महीने के 21 तारीख को मनाया जायेगा परिवार नियोजन दिवस :
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) नसीम रजि ने राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह द्वारा जारी पत्र का हवाला देते हुए बताया कि परिवार नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इस विशेष दिन जिला से लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्थित विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में परिवार नियोजन सेवा से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। उन्होंने हाल ही में जारी किए गए रिसर्च रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि परिवार नियोजन सेवाओं को सुलभ बनाकर अनचाहे गर्भ के मामले में 70 फीसदी, मातृत्व मृत्यु दर में 67 फीसदी नवजात मृत्यु दर में 77 फीसदी व प्रसव संबंधी जटिलता के मामलों में दो तिहाई तक कमी लाई जा सकती है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आम लोगों तक परिवार नियोजन संबंधी सेवाओं की आसान पहुंच से ही असुरक्षित गर्भपात के मामलों में कमी आयेगी । इसके साथ ही मातृत्व व शिशु मृत्यु दर में गिरावट, एचआईवी संक्रमण से बचाव, महिला सशक्तिकरण के साथ- साथ सामाजिक व आर्थिक विकास को भी तेज करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि विशेष दिवस के अलावा प्रत्येक दिन नियोजन संबंधी सेवाओं का संचालन पूर्व की तरह ही संचालित होगा। 21 तारीख के दिन नियोजन संबंधी विभिन्न विकल्पों में से ही यदि इच्छुक दंपति किसी एक का चयन करते हैं तो तत्काल उन्हें ये सुविधा उपलब्ध कराने का सारा इंतजाम होगा । सरकारी अवकाश होने की स्थिति में नियोजन दिवस का आयोजन इसके अगले दिन किया जायेगा।
प्रत्येक माह कि 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य :
कार्यक्रम में मौजूद केयर इंडिया कि डीटीओएफ डॉ. नीलू ने बताया प्रत्येक माह की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य कम उम्र में शादी से उत्पन्न समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना और दम्पतियों के पसंद के अनुसार गर्भ निरोध कि सेवा उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही नव विवाहित दम्पतियों को शादी के कम से कम एक साल के बाद गर्भ धारण करने के प्रति प्रेरित करने एवं बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतराल रखने के लिए का साथ चयनित गर्भ निरोध की सेवा उपलब्ध कराना है. उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन दिवस प्रत्येक महीने की 21 तारीख को वैसे दम्पति जो परिवार नियोजन अपनाना चाह रहे हैं पर उपयोग नहीं कर पा रहे हैं को गर्भ निरोधक के विभिन्न साधनों की जानकारी देने के साथ ही पसंद के अनुसार सेवा उपलब्ध कराना है। इसके अलावा इस दिन दम्पतियों को अनचाहे गर्भ से बचाव के जानकारी देने के साथ ही गर्भपात के बाद गर्भ धारण से बचाव के लिए सेवा उपलब्ध कराना है। मंगलवार को आयोजित परिवार नियोजन दिवस के दिन जिला भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इन्ही उद्देश्यों को पूरा करने के लिए योग्य दम्पतियों को काउंसलिंग करने के साथ ही गर्भ निरोध के उचित साधनों की जानकारी दी गई।
संबंधित पोस्ट
CPJ School of Law Organizes National Moot Court Competition, in Collaboration with
- Nov 17, 2025
- 34 views

रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar