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कालाजार उन्मूलन को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
- स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया के सहयोग से जिले के गोगरी रेफरल अस्पताल में दिया गया प्रशिक्षण
- कालाजार के लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार की दी गई विस्तृत जानकारी
खगड़िया, 20 नवंबर।
शनिवार को जिले के गोगरी रेफरल अस्पताल में कालाजार उन्मूलन को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग एवं केयर इंडिया के सहयोग से आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया। जिसमें कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गई। ताकि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली आशा कार्यकर्ता अपने पोषक क्षेत्र के लोगों को भी कालाजार से बचाव के लिए आसानी के साथ आवश्यक जानकारी दे सके और लक्षण वाले लोगों को समुचित इलाज के लिए प्रेरित कर ससमय सरकारी स्वास्थ्य संस्थान भेज सके। साथ ही पूरे गाँव के लोग इस बीमारी से सुरक्षित हों। यह प्रशिक्षण डीभीबीडीसी बबलू सहनी, भीडीसीओ शहनवाज, गोगरी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ चंद्र प्रकाश, परबत्ता के भीबीडीएस मनीष कुमार की मौजूदगी में रघुनायक कुमार एवं केयर बीसी-भीएल श्रवण कुमार द्वारा दिया गया।
- कालाजार से बचाव के लिए जागरूक और लक्षण वाले व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की दी गई जानकारी :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद आशा कार्यकर्ताओं को कालाजार के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में गृह भेंट की तर्ज पर लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक करने एवं लक्षण वाले व्यक्ति को इलाज के लिए प्रेरित करने की भी विस्तृत जानकारी दी गई। ताकि इस बीमारी के लक्षण वाले व्यक्ति का समय पर जाँच के साथ आवश्यक इलाज शुरू हो सके और सामुदायिक स्तर पर भी लोगों को इस बीमारी के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी मिल सके। जिससे शुरुआती दौर में ही लोग सजग हो सकें और आवश्यक कदम उठा सकें। सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की मुफ्त समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। वहीं, उन्होंने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए जमीन पर नहीं सोएं। मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। दिन में मच्छरदानी लगाकर ही सोएं। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- 50 आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण :
भीडीसीओ शहनवाज ने बताया, यह प्रशिक्षण जिले के तीन प्रखंडों के कुल 50 आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया। ताकि सभी आशा कार्यकर्ताओं को गुणवत्तापूर्ण तरीके से प्रशिक्षण दिया जा सके और सभी लोग प्रशिक्षण का उद्देश्य बेहतर तरीके से ग्रहण कर सकें। प्रशिक्षण में गोगरी की 30 एवं चौथम व परबत्ता से 10-10 आशा कार्यकर्ता शामिल हुई।
- कालाजार के लक्षण :
- लगातार रुक-रुक कर या तेजी के साथ बुखार आना।
- वजन में लगातार कमी होना।
- दुर्बलता।
- मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
- व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।
- प्लीहा में नुकसान होता है।
- छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल :
- छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
- घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।
- छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।
- ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे।
- अपने क्षेत्र में कीटनाशक (एस पी) छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar