नियमित टीकाकरण कार्यक्रम: 10 से 16 आयु वर्ग के सभी किशोरों को अब दी जाएगी टीडी की वैक्सीन



- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को दिए निर्देश 

- टेटनस और डिप्थेरिया से बचाव के लिए टीडी बैक्सीन बेहद जरूरी 


मुंगेर, 5 मई। अब नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिले के 10 से 16 आयु वर्ग के दायरे में आने वाले सभी किशोर-किशोरियों को टीडी की वैक्सीन दी जाएगी। जिसे सुनिश्चित कराने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को जरूरी और आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा है कि उक्त कार्य आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) टीम के सहयोग से किया जाना है। दरअसल, आरबीएसके टीम द्वारा पूर्व से वार्षिक कार्य योजना के तहत स्कूली बच्चों को नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जाँच की जाती है। जिसके कारण इस टीम के माध्यम से कार्य कराना सुविधाजनक होगा और शत-प्रतिशत बच्चों की टीडी वैक्सीनेशन सुनिश्चित होगा। इसके अलावा पीएचसी स्तर पर हर जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है। 


- आरबीएसके टीम को जरूरी सहयोग करने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए गए हैं निर्देश : जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार रौशन ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 10 से 16 आयु वर्ग के दायरे में आने वाले सभी किशोरों को टीडी की वैक्सीन देने का निर्देश प्राप्त हुआ। जिसके आलोक में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जिसमें टीडी का वैक्सीनेशन करने वाली आरबीएसके टीम को अपने स्तर से  हर जरूरी सहयोग उपलब्ध कराने को कहा गया है। ताकि वैक्सीनेशन टीम को कार्य करने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और शत-प्रतिशत लाभार्थियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो। 


- टेटनस और डिप्थेरिया से बचाव के लिए टीडी वैक्सीन बेहद जरूरी : 

टीडी वैक्सीन टेटनस और डिप्थेरिया जैसे गंभीर रोगों से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, कम उम्र के किशोरों को दोनों रोगों से प्रभावित होने का खतरा अधिक रहता है। जिसके कारण किशोरों को दोनों रोगों से बचाव के लिए सरकार द्वारा यह पहल की गई। इसलिए, उक्त दोनों रोगों से बचाव के लिए सभी लाभार्थियों को टीडी का वैक्सीनेशन निश्चित रूप से कराना चाहिए। ताकि दोनों बीमारियों के खतरे से सभी किशोर सुरक्षित रह सकें। 


- सभी किशोरों को दी जाएगी टीडी वैक्सीन की दो खुराक : 

किशोरों को टेटनस और डिप्थेरिया जैसे गंभीर रोगों से बचाव के लिए सभी लाभार्थियों को टीडी वैक्सीन की दो खुराक दी जाएगी। दोनों ही संक्रामक रोग है। कम उम्र के किशोरों को इसका ज्यादा खतरा होता है। उच्च रक्तचाप, तंत्रिका तंत्र का प्रभावित होना, मांसपेशियों में ऐंठन, गर्दन व जबड़े में अकड़न व पीठ का आकार धनुषाकार होना आदि टेटनस का प्रारंभिक और प्रमुख लक्षण हैं। जबकि, डिप्थेरिया की रोगियों को सांस लेने में तकलीफ, गर्दन में सूजन, बुखार व खाँसी आदि इसके प्रारंभिक लक्षण हैं। रोगी के छींकने व खांसने की वजह से दूसरे लोग भी इससे संक्रमित हो सकते हैं।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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