स्वस्थ व्यक्ति कर सकते हैं रक्तदान, नहीं होगा कोई नुकसान 

 
- विश्व रक्तदान दिवस आज • स्वस्थ और इच्छुक व्यक्ति जरूर करें अपना रक्तदान 
- रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, आपके रक्त से किसी की भी बच सकती है जान 
 
खगड़िया, 13 जून। 
14 जून को पूरी दुनिया में विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में इच्छुक और योग्य व्यक्ति अपना रक्त दान करते हैं। जो किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकता है। रक्तदान मानव जीवन का सर्वोच्च दान है। जीवन में इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है। इसलिए, स्वस्थ और इच्छुक व्यक्ति को जरूर रक्तदान करना चाहिए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य संस्थाओं द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जाता है। ताकि लोग रक्तदान के प्रति जागरूक हो सकें और अधिकाधिक लोग इस महादान का हिस्सा बन सकें। वहीं, सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा ने बताया, कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्त दान कर सकते हैं। इससे किसी भी प्रकार की शारीरिक परेशानी नहीं होगी। बल्कि, शरीर को नई ऊर्जा मिलेगी। वहीं, उन्होंने बताया, रक्तदान के पूर्व मेडिकल टीम द्वारा लोगों की स्वास्थ्य जाँच भी की जाती है। स्वस्थ रहने के बाद ही उन्हें रक्तदान करने की इजाजत दी जाती है। ताकि रक्तदान करने वालों को कोई शारीरिक पीड़ा नहीं हो और सुरक्षित माहौल में रक्तदान कर सके। 
 
- रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य : 
रक्तदान महादान है और तमाम सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान करने से कई फायदे भी हैं। यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और आपको स्वस्थ्य रखता है। रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है। इसलिए, स्वस्थ व्यक्ति बेहिचक अपना रक्तदान कर सकते हैं। 
 
- रक्तविकार संंबंधी रोगियों को होती है ब्लड की जरूरत : 
रक्तविकार संबंधी कई ऐसी बीमारियां हैं, जिसके लिए ब्लड की जरूरत होती है। ऐसे में उनलोगों का ध्यान रखना भी सभी की जिम्मेदारी हो जाती है। रक्तविकार की समस्याओं, जैसे - थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है। एनीमिया प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है। अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है। वहीं, अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है। ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग ब्लड बैंक पर ही निर्भर होते हैं। खून की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है, जब ब्लड बैंक में पर्याप्त खून का भंडारण किया गया हो। ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है।
 
 
 

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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