07 नवंबर को जिले में खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल की दवा


- जिले के सभी आँगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में शिविर आयोजित कर खिलाई जाएगी दवा 

- 01 से 19 आयु वर्ग के सभी किशोर-किशोरियों को दवा का कराया जाएगा सेवन  


खगड़िया-



 07 नवंबर को जिले के सभी आंगनबाड़ी  केंद्रों और स्कूलों (सरकारी और गैर-सरकारी) में  अल्बेंडाजोल दवाई के सेवन के लिए शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत 01 से 19 आयु वर्ग के दायरे में आने वाले सभी योग्य किशोर-किशोरियों को  अल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। जिसकी सफलता को अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को खगड़िया सदर बाल विकास परियोजना कार्यालय में प्रखंड की सेविकाओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें दवाई का सेवन कैसे कराना है, दवाई सेवन के दौरान किन-किन बातों का ख्याल रखना समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। इस मौके पर खगड़िया सदर पीएचसी प्रभारी डॉ कृष्णकांत कुमार, पिरामल फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रभात गौतम, डीपीएल प्रफूल्ल झा एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद थे। 


- शिक्षण संस्थान का भ्रमण कर स्वास्थ्य टीम द्वारा खिलाई जाएगी दवाई : 

सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा ने बताया, 07 नवंबर पूरे जिले में गठित स्वास्थ्य टीम द्वारा जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालय, ऑगनबाड़ी केंद्रों समेत अन्य संस्थानों में  01 से 19 आयु वर्ग के दायरे में आने वाले सभी योग्य लाभार्थियों को  अल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई जाएगी। वहीं, उन्होंने बताया, 11 नवंबर को माॅप-अप दिवस के तहत छूटे लाभार्थियों को  अल्बेंडाजोल खिलाया जाएगा।   उन्होंने बताया, इस दौरान आईसीडीएस एवं शिक्षा विभाग के तमाम पदाधिकारी और शिक्षकों का भी सहयोग लिया जाएगा। 


- निर्धारित डोज के अनुसार खिलाई जाएगी दवा : 

खगड़िया सदर पीएचसी प्रभारी डॉ कृष्णकांत कुमार ने बताया, उक्त कार्यक्रम के दौरान निर्धारित डोज के अनुसार दवाई खिलाई जाएगी। जिसमें 1 से 2 वर्ष के बच्चों के  अल्बेंडाजोल 400 एमजी टेबलेट को  आधा चूर  कर पानी के साथ खिलाया जाएगा। 2 से 3 वर्ष के बच्चों को  अल्बेंडाजोल 400 एमजी का एक टैबलेट चूर कर पानी के साथ सेवन कराया जाएगा। इसके साथ ही 3 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों और किशोरों को एक पूरा  टैबलेट चबाकर खिलाया जाएगा। इसके बाद पानी का सेवन कराया जाएगा। इस अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ऑगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी समेत अन्य सहयोगी संगठन के कर्मियों से सहयोग लिया जा रहा है। 


- कृमि की समस्या से बचाव के लिए  अल्बेंडाजोल का सेवन जरूरी : 

कृमि की समस्या से बचाव के लिए  अल्बेंडाजोल का सेवन बेहद जरूरी है। इसलिए, कृमि मुक्त समाज निर्माण के लिए सभी योग्य लाभार्थियों को निश्चित रूप से दवाई का सेवन करना चाहिए। इससे ना सिर्फ बच्चे कृमि की समस्या से दूर रहेंगे, बल्कि बच्चों का शारीरिक और बौद्धिक विकास भी  होगा। साथ ही कृमि मुक्त समाज निर्माण को बढ़ावा मिलेगा। 


- सामान्य साइड इफेक्ट होने पर घबराएं नहीं : 

दवाई का सेवन करने पर किसी भी प्रकार की साइड इफेक्ट होने पर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह एक सामान्य साइड इफेक्ट है, जिस बच्चे में कृमि की शिकायत होगी, उसमें ही साइड इफेक्ट दिखेगा। जो स्वतः ठीक भी हो जाएगा। यह आमतौर पर अन्य दवाई के सेवन से होने वाले सामान्य साइड इफेक्ट है। इसलिए, ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं और निर्भीक  होकर दवाई का सेवन करें।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

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