पुरुष नसबंदी के प्रति मन में नहीं पालें कोई भ्रम, किसी तरह का नहीं होता नुकसान

 

-जिले में 14 नवंबर से 04 दिसंबर तक चलेगा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 

-मिशन परिवार विकास अभियान के तहत लोगों को किया जाएगा जागरूक


बांका, 11 नवंबर-


 जिले में सोमवार से मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा-2022 का आगाज हो रहा है। इसके तहत लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही बंध्याकरण के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाएगा। इस बार के अभियान में पुरुष नसबंदी पर फोकस रहेगा। एसीएमओ डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि 14 से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आगाज हो रहा है। इस दौरान पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक किया जाएगा। लोगों को समझाया जाएगा कि पुरुष नसबंदी से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। इसलिए आपके मन में जो इसके प्रति भ्रांतियां हैं, उसे दूर कर पुरुष नसबंदी कराएं। उन्होंने कहा कि महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान और सुविधाजनक है। इसलिए, मैं जिले के तमाम योग्य पुरुषों से अपील करता हूं कि पुराने ख्यालातों और अवधारणाओं से बाहर आकर आगे आएं और परिवार नियोजन के स्थाई साधन को अपनाएं। पुरुष नसबंदी भी पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। महिला के सापेक्ष पुरुषों को नसबंदी कराने पर नहीं के बराबर परेशानी होती है। इसलिए, हर योग्य पुरुष को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए बेहिचक आगे आने की जरूरत है। 

14 से 20 तक चलेगा दंपती सपर्क पखवाड़ाः एसीएमओ ने बताया कि 14 नवंबर से मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का शुभारंभ हो जाएगा, जिसका समापन 04 दिसंबर को होगा। इस दौरान 14 से 20 नवंबर तक दंपती संपर्क सप्ताह का आयोजन होगा। इसके तहत प्रत्येक दंपती से संपर्क कर परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए जागरूक और प्रेरित किया जाएगा, जबकि 21 नवंबर से 04 दिसंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन होगा। इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन कर योग्य लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई साधन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 

गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए परिवार का छोटा होना जरूरीः डॉ. चौधरी ने बताया कि समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लगातार पखवाड़ा समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर योग्य और सक्षम व इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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