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शेखपुरा जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में शुरू हुई फाइलेरिया क्लीनिक
- आसानी से जाँच करा सकेंगे मरीज, मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
-हाईड्रोसील फाइलेरिया मरीजों को चिह्नित कर किया जाएगा ऑपरेशन
- फाइलेरिया यूनिट में समुचित स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था रहेगी उपलब्ध
शेखपुरा, 28 दिसंबर-
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर राज्य सरकार के साथ स्थानीय स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है। इसे सार्थक रूप देने के लिए लगातार जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से मंगलवार को शेखपुरा पीएचसी में फाइलेरिया क्लीनिक (यूनिट) का शुभारंभ हुआ। जिसका उद्घाटन जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने किया। इसके बाद बुधवार को जिले के शेष पीएचसी में फाइलेरिया क्लीनिक का शुभारंभ हुआ। डाॅ श्री सिंह ने बताया, अब मरीज सुविधाजनक तरीके से अपनी जाँच करा सकेंगे और मरीजों को आसानी के साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा। यह जिले वासियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। क्लीनिक में समुचित चिकित्सकीय प्रबंधन की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। मरीजों को इलाज कराने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। वहीं, उन्होंने बताया, क्लीनिक में मरीजों का इलाज, दवा के साथ-साथ व्यायाम, खास तरह के चप्पल का उपयोग करने समेत फाइलेरिया से बचाव के लिए इसके कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार सहित अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी भी दी जाएगी। इस मौके पर भीडीसीओ श्याम सुंदर कुमार, केयर इंडिया के डीपीओ प्रमोद कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक धर्मवीर चौधरी आदि मौजूद थे।
- फाइलेरिया से संक्रमित मरीजों की समय पर होगी जाँच और इलाज :
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक धर्मवीर चौधरी ने कहा, फाइलेरिया क्लीनिक खुलने से ना सिर्फ मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी बल्कि, समय पर जाँच और इलाज भी होगा। साथ ही समुचित दवाई भी उपलब्ध कराई जाएगी। हाईड्रोसील फाइलेरिया से संक्रमित मरीजों को चिह्नित कर उनका सफल ऑपरेशन भी किया जाएगा। मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इसके लिए क्लीनिक में एक चिकित्सक, एक मेडिकल स्टाफ की तैनाती समेत एम्बुलेंस सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है । ताकि मरीजों को बेहतर से बेहतर से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और सभी मरीज आसानी के साथ सुविधाओं का लाभ ले सकें।
- लक्षण दिखते ही कराएं जाँच, शुरुआती दौर में इलाज शुरू होने से मिल सकती है स्थाई निजात :
भीडीसीओ श्याम सुंदर ने बताया, शुरूआती दौर में जाँच कराने और जाँच के पश्चात चिकित्सा परामर्श के अनुसार आवश्यक इलाज कराने से बीमारी से स्थाई निजात मिल सकती है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि शुरुआती दौर में ही इलाज कराएं और बीमारी से स्थाई निजात पाएं। फाइलेरिया के शुरुआती लक्षण में बुखार, बदन में खुजली और पुरुषों के जननांग व उसके आसपास दर्द व सूजन की भी समस्या होती है। इसके अलावा हाथ और पैर में हाथी के पैर जैसी सूजन आ जाती है। इसलिए, इसे हाथी पाँव कहा जाता एवं हाथ में सूजन होने पर उसे लिम्फोडेमा कहते हैं ।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Dr. Rajesh Kumar