एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा सदर अस्पताल,तैयारी शुरू

-मिशन-60 की सफलता के बाद अब मिशन क्वालिटी में जुटा अस्पताल प्रशासन

-अस्पताल के 10 विभागों का एनक्वास के पैमाने पर किया जाएगा मूल्यांकन

भागलपुर, 5 जनवरी

मिशन 60 की सफलता के बाद अब सदर अस्पताल मिशन क्वालिटी में बेहतर करने की तैयारी में जुट गया है। इसके तहत सदर अस्पताल के 10 विभागों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) मूल्यांकन होना है। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसी सिलसिले में गुरुवार को एचएमआईएस के डिप्टी डायरेक्टर रंजन कुमार सदर अस्पताल आए हुए थे। उन्होंने जिला गुणवत्ता सलाहकार डॉ. प्रशांत कुमार और केयर इंडिया के डीटीओ फैसिलिटी डॉ. राजेश कुमार मिश्रा के साथ मिलकर सभी विभागों के एचओडी के साथ बैठक की। बैठक में एनक्वास के पैमाने पर कैसे खरा उतरना है, इस पर चर्चा की गई। 

एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरने के लिए सदर अस्पताल में किस तरह की तैयारी करनी है, इसे लेकर रंजन कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। वह राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से भेजे गए हैं। उन्होंने अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, एडमिन, ओटी, लेबर रूम इत्यादि में और क्या बेहतर हो सकता है, इसे लेकर सदर अस्पताल के कर्मियों को जानकारी दी। रंजन कुमार ने कहा कि भागलपुर सदर अस्पताल में बहुत सारी चीजें ठीक हैं। यहां मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। हालांकि इसके बावजूद सुधार की कुछ गुंजाइश है, जिसे यहां के कर्मियों को मैंने बताया। उम्मीद है ये लोग उन पर अमल करेंगे और भागलपुर सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा। 

मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ीं- जिला गुणवत्ता सलाहकार डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। लक्ष्य और कायाकल्प में तो पहले अस्पताल ने बेहतर प्रदर्शन किया ही है, अब एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरना है। इसे लेकर तैयारी चल रही है। यहां पर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। ओपीडी, ओटी, लेबर रूम इत्यादि पहले से ही बेहतर काम कर रहा है। इसका परिणाम भी सामने आ चुका है। जटिल से जटिल रोगों का यहां पर इलाज हो रहा है। जिले के मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ रहा है और न ही निजी अस्पतालों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है। सिजेरियन, एक्सरे, किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस तक की सुविधा यहां पर है। इन सुविधाओं का लाभ आसपास के जिले के लोग भी उठा रहे हैं। पिछले सालों में लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर प्रदर्शन इसका प्रमाण है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा और यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों के बेहतर सुविधा मिलेगी।

एनक्वास से सर्टिफिकेट मिलने के बाद सुविधाएं बढ़ेंगीः अगर भागलपुर सदर अस्पताल को एनक्वास सर्टिफिकेशन मिल जाता है तो एक प्रमाण पत्र के साथ तय राशि भी मिलेगी। साथ ही अस्पताल के छह विभागों को आयुष्मान योजना के तहत प्रतिदिन पर बेड 10-10 हजार रुपये तीन सालों तक दिया जाएगा। इससे यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों को फायदा होगा। उन्हें गंभीर बीमारी के इलाज के पटना या फिर किसी निजी अस्पताल का दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

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