एनीमिया से बचाव के लिए जीवनशैली में करें बदलाव


-खानपान का रखें ख्याल, प्रोटीन और आयरनयुक्त आहार लें

-हर उम्र के लोग आ सकते हैं एनीमिया बीमारी की चपेट में



बांका, 10 जनवरी। मौजूदा समय में एनीमिया एक गंभीर बीमारी के तौर पर उभरी है। खासकर महिलाएं और प्रसूताओं को इस बीमारी से ज्यादा परेशानी हो रही है। ऐसे में इस पर नियंत्रण की कोशिश बहुत जरूरी है। थोड़ी सी भी लापरवाही जान को जोखिम में डाल सकती है। इसलिए लोगों को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि आज की जीवनशैली में एनीमिया एक आम बीमारी हो गई है। व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी के कारण जब हीमोग्लोबिन का बनना सामान्य से कम हो जाता है, तब शरीर में खून की कमी होने लगती है। इस स्थिति को ही एनीमिया कहा जाता है। इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जीवनशैली में बदलाव और आयरनयुक्त आहार का सेवन करने की जरूरत है। इससे काफी हद तक एनीमिया के प्रकोप में आने से बचा जा सकता है। 

ये हैं एनीमिया के लक्षणः डॉ. चौधरी कहते हैं कि एनीमिया का शुरुआती लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला होना, दिल की धड़कन में बदलाव, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द होना, हाथों और पैरों का ठंडा होना, सिरदर्द आदि हैं। ऐसे लक्षण अगर आपको दिखाई दे तो तत्काल अपनी जीवनशैली में बदलाव करें और डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाएं। डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवा और खानपान लें।

गर्भवती महिलाओं को आवश्यक जांच कराते रहना चाहिएः डॉ. चौधरी कहते हैं कि गर्भवती महिलाओं के गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए शरीर में रक्त का निर्माण होते रहना जरूरी होता है। इसमें कमी के कारण एनीमिया होने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को नियमित हीमोग्लोबीन समेत अन्य आवश्यक जांच कराते रहना चाहिए। चिकित्सकों के मुताबिक वैसे तो बच्चों से लेकर बड़ों तक हर उम्र के लोग एनीमिया ग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन किशोरावस्था, प्रसव के बाद और रजोनिवृत्ति के बीच की आयु में यह समस्या अधिक देखी जाती है। आमतौर पर ऐसा तब होता है, जब शरीर में लाल रक्त कणों की कोशिकाओं के नष्ट होने की दर उनके निर्माण की दर से अधिक होती है।

आहार पर विशेष ध्यान देने की जरूरतः डॉ. चौधरी कहते हैं कि एनीमिया के लक्षण महसूस होने पर तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से परामर्श तो ले हीं, लेकिन खानपान का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। आयरन और प्रोटीनयुक्त आहार लें। एनीमिया के दौरान प्रोटीन युक्त भोजन जैसे- पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूंगफली, मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर आदि का सेवन करें, जो कि आपके शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। इन चीजों का सेवन करते रहने से आप एनीमिया की चपेट में आने से बच सकते हैं।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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