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प्रवासी मजदूरों से भेदभाव रोकने आशा करेंगी लोगों को जागरूक
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- Jun 01, 2020
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प्रवासी मजदूरों के योगदान को लेकर होगी लोगों के बीच चर्चा
लखीसराय, 1 जून:
कोरोना संकटकाल में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटीन सेंटर में 14 दिन बीताने के बाद वे अपने घर जा रहे हैं. अपने गृहजिला आने के बाद गांव पहुंचने पर कई प्रवासी मजदूरों के साथ ग्रामीणों द्वारा भेदभाव जैसी बातें भी सामने आयीं हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग आशा व आशा फैसिलीटेटरों को इस बात के लिए उन्मुख कर रही हैं कि वे गांव में जाकर लोगों को यह समझायें कि कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए आवश्यक उपायों को अपनायें ना कि अपनों को दूर करें.
इसको लेकर जिला में भी कोरोना महामारी के दौरान आमजनों के मध्य भेदभाव को दूर करने व साइको सोशल स्पोर्ट संबंधी एएनएम आशा आशा फैसिलीटेटर के उन्मुखीकरण के संबंध में राज्य स्वास्थ समिति ने सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिये हैं.
भेदभाव नहीं करने पर दिया जायेगा जोर:
सिविल सर्जन डॉ आत्मानंद राय ने बताया कोविड 19 महामारी एवं लॉकडाउन के दौरान आमजनों के मध्य उत्पन्न हो रहे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के निदान हेतु राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराने एवं महामारी के दौरान ही उत्पन्न लक्षण एवं भेदभाव दूर करने से संबंधित एएनमएम आशा आशा फैसीलिटेटर का उन्मुखीकरण कराया जाना है. इसको लेकर जिला के सभी प्रखंडों में उन्मुखीकरण का काम किया जा रहा है.
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सुरेश शरण ने जानकारी दी कि उन्मुखीकरण के दौरान आशाओं को बताया गया है कि वे लोगों को इस बात की जानकारी दें कि प्रवासियों से मानसिक दूरी न बना कर उनके दर्द को समझें क्योंकि विपरीत हालातों में वे अपने काम-काज को छोड़कर घर लौटे हैं. उन्हें मानसिक मनोबल की जरुरत है. इसलिए आस-पास के लोगों को भी इस बात को समझने की जरूरत है. उनके प्रति सहानुभूति रखने की आवश्यकता है. आशाओं के माध्यम से लांक्षण व भेदभाव करने वाले ग्रामीणों को यह समझाया जायेगा कि प्रवासियों ने भी समाज और घर-परिवार के लिए बहुत कुछ किया है. किसी के कोरोना से संक्रमित होने की बात भी सामने आती है तो उसके साथ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार नहीं किया जाये. आशाओं के माध्यम से यह बताया जायेगा कि कोरोना वायरस से संक्रमित या संदिग्ध व्यक्तियों को सोशल सिटग्मा के साथ देखना सही नहीं है. यह संक्रमण किसी भी व्यक्ति को हो सकता है. आवश्यक उपायों को बता कर हम सुरक्षित रह सकते हैं
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