Breaking News |
- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice

मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गंभीर रोगों का हो रहा इलाज
- by
- Jun 25, 2020
- 2190 views
• आसपास के जिलों के अलावा कोसी सीमांचल से भी यहां पर आते हैं मरीज
• मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड में बढ़ाए बेड
भागलपुर, 25 जून:
कोरोना संकट को लेकर मायागंज अस्पताल को कोरोना अस्पताल में बदल दिया गया है. इसके बावजूद यहां पर सामान्य एवं गंभीर मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से हो रहा है. दरअसल, अस्पताल के इमरजेंसी में सामान्य मरीजों का इलाज पहले की ही तरह हो रहा है. मरीजों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इमरजेंसी में 40 बेड बढ़ाए भी गए. इसी का परिणाम है यहां पर दूरदराज से आए गंभीर से मरीज भी ठीक होकर गए.
इमरजेंसी वार्ड में किए गए 120 बेड:
अस्पताल अधीक्षक डॉ आर सी मंडल का कहना है कि कोरोना काल में भी मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके मद्देनजर अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही हर तरह के गंभीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था भी की गयी है. यहां पर बिहार के अलावा झारखंड से भी इलाज कराने के लिए मरीज आते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए इमरजेंसी में बेड की संख्या को 80 से बढ़ाकर 120 कर दिया है, ताकि सामान्य मरीजों को इलाज कराने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो. जहां तक ओपीडी सेवा शुरू करने की बात है तो यह फैसला शासन को लेना है. जैसे ही आदेश आएगा ओपीडी शुरू कर दिया जाएगा. फिलहाल अस्पताल प्रशासन इस पर ध्यान दे रहा है कि यहां पर कोरोना के अलावा सामान्य मरीज भी इलाज कराने के लिए आए तो उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. औसतन यहां पर प्रतिदिन 2500 मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. जब से अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है तब से यहां पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों में सिर्फ 27 की मौत हुई है, जिसमें कई गंभीर रोगों से पीड़ित मरीज भी शामिल हैं. यह आंकड़ा पिछले 70 दिनों का है.
झारखंड समेत 15 जिलों से आते हैं मरीज:
मायागंज अस्पताल में भागलपुर और आस-पास जिलों समेत कोशी और सीमांचल के जिलों से भी मरीज यहां पर आते हैं। साथ ही झारखंड के गोड्डा, साहेबगंज से भी बड़ी संख्या में भी मरीज यहां इलाज कराने के लिए आते हैं। पास के किसी जिले में इतनी सुविधाओं वाला सरकारी या निजी अस्पताल नहीं है. इस वजह से भी यहां पर इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों की भीड़ बढ़ती है. इस वजह से यहां पर अस्पताल प्रशासन को व्यवस्था को दुरस्त रखना पड़ता है। ताकि मरीजों को उत्तम सुविधाएं मिले और वे स्वस्थ हों।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है मायागंज अस्पताल:
यहां पर मरीजों की भीड़ बढ़ने का एक यह भी कारण है कि यहां जांच और इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। कई आधुनिक फीचर के साथ उपकरण लगाए गए हैं। अस्पताल लेटेस्ट उपकरणों से लैस है। यहां पर लगभग हर तरह की जांच मरीजों को कम कीमत पर उपलब्ध हो जाती है। विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ के जरिए तथा विभिन्न प्रकार के उपकरणों की सहायता से रोगियों का इलाज किया जाता है। इस अस्पताल में मरीज को बचान के लिए हर संभव साजो सामान उपलब्ध है जिससे मरीजों को काफी लाभ हो रहा हैं। वहीं अस्पताल को कीटाणुरहित के लिए हर तरह की तैयारी की गई है जिससे मरीजों को कोई असुविधा नहीं होती है। मायागंज अस्पताल जैसी इतनी सुविधाओं वाला आस-पास अस्पताल नहीं है।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Premier World (Admin)