- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice
'लॉकडाउन खत्म हुआ है, संक्रमण का दौर नहीं'
- by
- Sep 18, 2020
- 3873 views
- सड़क, दुकान और बाजार में न लगाएं अनावश्यक भीड़
- अपनी बारी का करें इंतजार, हड़बड़ी में न करें खरीदारी
- मास्क पहने हुए हैं तब भी बरते दो गज की शारीरिक दूरी
मुंगेर, 18 सितम्बर।
कोविड-19 क्या है? यह सवाल अगर आपने सड़क और बाजार में किसी से पूछ लिया तो वह आपको ऐसी नजर से देखेंगे जैसे आप किसी दूसरी दुनिया से आए हों। इसका मतलब साफ है कि आज सभी लोग कोविड-19 और इसके संक्रमण से अच्छी तरह वाकिफ हैं। यह जरूर है कि महामारी की शुरुआत में लोग अचानक सहम गए थे। लेकिन समय के साथ जानकारियां बढ़ीं एवं स्वास्थ्य संगठनों, वैज्ञानिकों व चिकित्सकों की मदद से आम लोग पहले की तुलना में अधिक जानकर हुए हैं।वहीं सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नियमों को अपनाने के साथ लोगों ने जिंदगी के साथ चलते हुए जाना कि अब मास्क और दो गज की दूरी ही कोरोना वायरस से लड़ाई में सबसे सशक्त हथियार हैं।
मुंगेर बाजार में शाम के वक्त खरीदारी करने पहुंचे कुछ लोगों से बात करने पर कई नए तथ्य सामने निकल कर आए। रविकांत कहते हैं, आज सड़क खासकर बाजार में सही तरीके से मास्क लगाने, सावधानी और समुचित शारीरिक दूरी को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। अनलॉक में ऐसा न हो कि हम कहीं अधिक लापरवाह हो जाएं। खतरे को मानने, स्वीकार करने से इंकार कर देना और इसके पक्ष में जबरन तर्क गढ़ने से समस्या खत्म नहीं होगी बल्कि और बढ़ेगी ही।
इतने दिन संयम रखा तो अब क्यों नहीं:
धीरज रोजमर्रा का सामान लेने बाजार पहुंचे थे। धीरज कहते हैं, मास्क और शारीरिक दूरी को अपनाने से परहेज करने का कोई वजह ही नजर नहीं आता। हमारी अपनी सुरक्षा अपने हाथों में है। यदि इसे नकारेंगे तो मुसीबत उन्हें ही झेलनी होगी। लोगों ने इतने दिन संयम तो रखा ही है, तो अब क्यों नहीं। काम है तो घर से जरूर निकलिए, लेकिन अपनी सुरक्षा का ख्याल भी रखिए। ऐसा कुछ न करें जिससे की परेशानियां पहले से कहीं अधिक बढ़ जाएं और हमें और अधिक दिक्कतें उठानी पड़ें।
भ्रम में रहना की संक्रमण खत्म हो गया है सही नहीं है:
अमित बताते हैं, आज ज्यादातर लोगों की बेसब्री का आलम यह है कि वह यह भूल गए हैं कि इस समय हमें पहले अपनी सुरक्षा के लिए सावधान होना है। पर ऐसा लगता है कि अनलॉक के कारण वे इस भ्रम में हैं कि अब यह जरूरी नहीं। सड़क पर पहले जैसी भीड़ नजर आती है। संक्रमण का भय का खत्म होना और भ्रम में रहना सही नहीं है। सभी सावधानी बरतेंगे और सुरक्षा के नियमों का पालन करें तभी हमारे साथ समाज सुरक्षित रहेगा।
घर से बाहर निकले तो अभी इन बातों का ख्याल रखना है जरूरी:
- घर से बाहर निकलें तो मास्क अवश्य पहन लें, सैनिटाइजर रखें।
- सड़क व बाजार में भीड़ लगाने व ऐसी जगहों पर जाने से बचें।
- बिना किसी उद्देश्य या औचित्य के यात्रा या भ्रमण करने से बचें।
- सड़कों या सार्वजनिक जगहों पर जहां तहां नहीं थूंके।
- दुकान और बाजार में खरीदारी के वक्त शारीरिक दूरी बरतें।
- बाजार या सड़क पर खड़े होकर वार्ता करने न लग जाएं।
- ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सतहों जैसे दरवाजे का हैंडल आदि को छूने से बचें।
- अपने आसपास एवं स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए आरोग्य सेतु एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Premier World (Admin)