Breaking News |
- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice
जेएलएनएमसीएच को मिले 58 डॉक्टर, इलाज की होगी बेहतर व्यवस्था
- by
- Aug 27, 2020
- 2735 views
नए डॉक्टरों को जल्द ही अलग-अलग विभागों में किया जाएगा तैनात
अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 20 बेड का एक अलग वार्ड हो चुका है तैयार
भागलपुर, 27 अगस्त
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) को 58 नए डॉक्टर मिले हैं. इससे अस्पताल में मरीजों के इलाज की व्यवस्था और बेहतर होने की उम्मीद है. जेएलएनएमसीएच न सिर्फ पूर्वी बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल है बल्कि राज्य के चार कोरोना अस्पतालों में से एक है. यहां पर इलाज कराने के लिए आसपास के जिलों समेत पड़ोसी राज्यों से भी मरीज आते हैं.
अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने कहा कि अस्पताल में मरीजों के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. पहले कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा था, लेकिन उसके बाद इमरजेंसी और अन्य सेवाएं भी बहाल की गई. धीरे-धीरे अस्पताल को पुराने स्वरूप में लाया जा रहा है. अस्पताल में 20 बेड का अलग से डेंगू वार्ड बनकर तैयार है,जहाँ चिकित्सकों की आवश्यकता होगी . इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए
सरकार ने अस्पताल प्रशासन को 58 डॉक्टर उपलब्ध कराया है. डॉक्टरों की तैनाती जल्द अलग-अलग विभागों में कर दी जाएगी.
अस्पताल में इलाज के लिए आने वालों की बढ़ने लगी है भीड़: बस सेवा बहाल होने के बाद अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है. पहले कोरोना की वजह से दूसरी बीमारी के मरीज नहीं आते थे, लेकिन अब जब अस्पताल का इमरजेंसी सामान्य मरीजों के लिए खोल दिया गया है और सभी तरह के मरीजों का इलाज होने लगा है. इससे अस्पताल में मरीजों की भीड़ भी बढ़ी है. बस सेवा जब शुरू नहीं हुई थी तो सिर्फ भागलपुर के मरीज ही आते थे या फिर दूसरे जिला से रेफर किए हुए मरीज आते थे. लेकिन अब दूसरे जिलों के सामान्य मरीज भी इलाज कराने के लिए आ रहे हैं.
झारखंड समेत 15 जिलों से आते हैं मरीज: जेएलएनएमसीएच में भागलपुर और आसपास के जिलों समेत कोशी और सीमांचल से भी मरीज यहां पर आते हैं. साथ ही झारखंड के गोड्डा, साहेबगंज से भी बड़ी संख्या में भी मरीज यहां इलाज कराने के लिए आते हैं. पास के किसी जिले में इतनी सुविधाओं वाला सरकारी या निजी अस्पताल नहीं है। इस वजह से भी यहां पर इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों की भीड़ बढ़ती है. यही कारण है कि अस्पताल प्रशासन को व्यवस्था को दुरस्त रखना पड़ता है, ताकि मरीजों को उत्तम सुविधाएं मिले और वे स्वस्थ हों.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है जेएलएनएमसीएच: यहां पर मरीजों की भीड़ बढ़ने का एक यह भी कारण है कि यहां जांच और इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. कई आधुनिक फीचर के साथ उपकरण लगाए गए हैं. अस्पताल लेटेस्ट उपकरणों से लैस है. यहां पर लगभग हर तरह की जांच मरीजों को कम कीमत पर उपलब्ध हो जाती है. विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ के जरिए तथा विभिन्न प्रकार के उपकरणों की सहायता से रोगियों का इलाज किया जाता है. इस अस्पताल में मरीज को बचाने के लिए हर संभव साजो सामान उपलब्ध है जिससे मरीजों को काफी लाभ हो रहा हैं. वहीं अस्पताल को कीटाणुरहित के लिए हर तरह की तैयारी की गई है जिससे मरीजों को कोई असुविधा नहीं होती है. जेएलएनएमलीएच जैसी सुविधाओं वाला आस-पास में कोई अस्पताल नहीं है.
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Premier World (Admin)