अलौली के सूरजनगर में मिली कालाजार पीड़ित महिला को उपलब्ध कराई गई स्वास्थ्य सेवा

 


- सदर अस्पताल में पीड़ित महिला का चल रहा है इलाज, मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ 

- घर-घर सघन मरीज खोज अभियान के दौरान पीड़ित महिला की हुई पहचान 

- मंगलवार को सूरजनगर गाँव में शिविर आयोजित कर की जाएगी लोगों की जाँच 


खगड़िया-

जिले के अलौली प्रखंड अंतर्गत सूरजनगर गाँव में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा  चलाए गये सघन मरीज खोज अभियान के दौरान एक 45 वर्षीया महिला में कालाजार के लक्षण पाए गये। जिसके बाद महिला की जाँच कराई गई। जिसमें संक्रमित पाई गई। इसके बाद महिला को स्वास्थ्य विभाग द्वारा समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई गई। पीड़ित महिला का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहाँ महिला को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। चिकित्सकों के अनुसार महिला के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। मालूम हो कि इस गाँव में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार सघन मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। ताकि लक्षण वाले मरीजों की शुरुआती दौर में ही पहचान सुनिश्चित हो सके और ससमय आवश्यक समुचित जाँच और इलाज उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही अन्य लोगों को भी बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाया जा सके। 


- लक्षण दिखते ही कराएं इलाज, सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है समुचित व्यवस्था :

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया, सरकारी अस्पतालों में कालाजार की जाँच एवं समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध है। इसलिए, कालाजार का लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जाँच कराएं। जाँच के पश्चात चिकित्सा परामर्श का पालन करते हुए आगे कदम उठाएं। वहीं, उन्होंने बताया, जाँच में संक्रमित पाए जाने पर संबंधित मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में समुचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाती है। वहीं, उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इन बीमारियों से बचने के लिए जमीन पर नहीं सोऐं। मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। 


- 30 दिनों से बुखार से पीड़ित थी महिला : 

उन्होंने बताया, महिला बीते 30 दिनों से बुखार से पीड़ित थी। जिसके कारण सघन मरीज खोज अभियान के दौरान उसमें कालाजार के लक्षण पाये गये। जिसके बाद उनकी जाँच कराई गई, जिसमें वह संक्रमित पाई गई। इसके बाद उन्हें समुचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई गई। वहीं, उन्होंने बताया, मरीज का अकाउंट डिटेल्स ले लिया गया है। जिसके माध्यम से मिलने वाली सरकारी सहायता की राशि दो दिनों के अंदर भेज दी जाएगी। साथ ही मंगलवार को मरीज के गाँव में विशेष जाँच शिविर का आयोजन किया जाएगा।


- कालाजार से बचाव के लिए एसपी पाउडर का छिड़काव ही सबसे बेहतर उपाय :

कालाजार से बचाव के लिए एसपी पाउडर का छिड़काव ही सबसे बेहतर उपाय है। साथ ही इससे बचाव के लिए लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए लोगों को साफ-सफाई समेत रहन-सहन में बदलाव करने की आवश्यकता है। दरअसल, कालाजार मादा बालू मक्खी (सैन्ड फ्लाई) के काटने से फैलता है। एसपी पाउडर के छिड़काव से ही बालू मक्खी के प्रभाव को पूर्णत: खत्म किया जा सकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एसपी पाउडर का छिड़काव कराया जाता है। जिससे बालू मक्खी को समाप्त किया जा सके। 


- कालाजार के लक्षण :

- लगातार रूक-रूक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना। 

- वजन में लगातार कमी होना।

- दुर्बलता।

- मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।

- व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है।

- प्लीहा में नुकसान होता है।


- छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल : 

- छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।

- घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।

- छिड़काव के पूर्व भोजन समाग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।

- ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे।

- अपने क्षेत्र में कीटनाशक (एस पी) छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

    Dr. Rajesh Kumar

संबंधित पोस्ट